शेयर बाजार में पैसे कैसे लगाएं, शेयर बाजार से पैसे कैसे कमाएं यह सभी प्रश्न एक नए निवेशक के दिमाग में रहते हैं।
शेयर बाजार ऐसी जगह है जहाँ पैसे कमाने के लिए किसी डिग्री डिप्लोमा या सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं पड़ती है। शेयर बाजार से एक आम आदमी से लेकर एक विद्वान इन्वेस्टर तक सभी पैसे कमा सकते हैं।
इसमें ऐसा नहीं है कि डिग्री वाले या प्रोफेशनल ज्यादा पैसे कमा सकते हैं और एक साधारण व्यक्ति कम पैसे कमा सकता है। शेयर मार्किट में पैसे कमाने के लिए व्यक्ति के पास धैर्य और कॉमन सेंस होना चाहिए।
शेयर मार्किट से पैसे कमाने के लिए किसी राकेट साइंस की जरूरत नहीं पड़ती इसके लिए व्यक्ति में इंटीग्रिटी लॉन्ग टर्म का निवेश और अच्छी कंपनियों की समझ होनी चाहिए।
सदी के सबसे महान निवेशक वारेन बुफे ने अपने एक इंटरव्यू में कहा,”यदि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कैलकुलस और अलजेब्रा की जरूरत पड़ती तो शायद में अखबार बाटने का काम ही बेहतर समझता।”
शेयर बाजार से पैसे कमाने के लिए कुछ नियमों को ध्यान में रखना चाहिए
- शेयर बाजार को कभी भी जुएं (Gambling) की तरह न लें।
- ट्रेडिंग करने की बजाय इन्वेस्टिंग को चुने।
- कभी भी अपनी जमा रकम को घटने ना दे।
- ऊचें ऊचें मुनाफा का लालच देने वाली स्कीमों से बचे। जैसे – 25 दिन में पैसा डबल या किसी और प्रकार की लुभावनी स्कीम।
- शेयर बाजार से पैसे कमाने का एक ही राज़ है – लॉन्ग टर्म वैल्यू इन्वेस्टिंग
इन सबके बाद अब सीखतें हैं की शेयर बाजार में निवेश करने के लिए पहला स्टेप क्या है?
स्टेप 1 अपना निवेश खाता (डीमैट और ट्रेडिंग अकॉउंट) खोलें
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सबसे पहले एक डीमैट+ट्रेडिंग अकाउंट खोला जाता है।
डीमैट अकाउंट उसे कहते हैं जिसमे किसी कंपनी के स्टॉक या शेयर को रखा जाता है और ट्रेडिंग अकाउंट उसे कहते हैं जिसके द्वारा शेयर बाजार में किसी कंपनी के शेयर खरीदने या बेचने के लिए पैसों का भुगतान किया या लिया जाता है।
आजकल ये दोनों अकाउंट एक साथ ही कंबाइंड रूप में खोलें जाते हैं। डीमैट अकाउंट शेयर बाजार में रजिस्टर्ड ब्रोकर के पास खोला जाता है। इंडिया में दो प्रकार के स्टॉक ब्रोकर हैं –
- फुल सर्विस ब्रोकर
- डिस्काउंट ब्रोकर
इन्वेस्टिंग के लिए दोनों में से किसी को भी चुना जा सकता है। फूल सर्विस ब्रोकर ज्यादा चार्ज और फीस लगाते हैं जबकि डिस्काउंट ब्रोकर जैसे – ज़ेरोधा, अपस्टोक्स, एंजेल ब्रोकिंग नाम मात्र की ही फीस और चार्जेज लगाते हैं।
नए निवेशकों को शुरुआत डिस्काउंट ब्रोकर के साथ करनी चाहिए।
शेयर बाजार में बहुत से अच्छे डिस्काउंट ब्रोकर हैं लेकिन मुझे पर्सनली Upstox की सर्विसेज बेहतर लगती हैं।
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स्टेप 2 शुरुआत हमेशा एक कंपनी के साथ करनी चाहिए
डीमैट अकाउंट खुल जाने के बाद अक्सर ऐसा होता है की नए निवेशक अपने पहले एक हज़ार रूपए या कुछ पूँजी को 20 अलग अलग कंपनियों के स्टॉक्स में लगा देते हैं, जो कहीं न कहीं शेयर बाजार में सट्टेबाज़ी की और ले जाता है।
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए पहले हमेशा किसी एक कंपनी को ही चुनना चाहिए। इससे फायदा ये होता है की आप उस कंपनी को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। वह क्या बिज़नेस करती है, क्या बेचती है, क्या बनाती है, कैसे पैसे कमाती है, उस कंपनी के फ्यूचर प्लान क्या है, क्या यह कंपनी आगे सर्वाइव कर पाएगी या नहीं ऐसी बहुत सी चीज़े आप सीखने लग जाएंगे जो एक अच्छे सफल निवेशक में होती है।
शेयर बाजार ऐसी जगह नहीं है जहां से आप पहले ही दिन से हज़ारों या लाखों कमाने लगेंगे। इससे पैसे कमाने के लिए लंग टर्म वैल्यू इन्वेस्टिंग करना ही एकमात्र स्थायी तरीका है।
स्टेप 3 लॉन्ग टर्म वैल्यू इन्वेस्टिंग
जब आप एक अच्छी कंपनी को चुन लेते हैं जो लॉन्ग टर्म में ग्रोथ करे, तब आप उसमे अपने उतने ही पैसे निवेश करें जितने पैसों का जोखिम उठा सकतें हैं। कभी भी लोन लेकर शेयर बाजार में इन्वेस्ट नहीं करना चाहिये।
इस निवेश को कम से कम 10+ सालों तक निवेशित रखें जिससे शेयर बाजार से आप वेल्थ बना पाएं और कम्पाउंडिंग का मैजिक देख सकें।
जब आपके पास अच्छी कंपनियों को चुनने का अच्छा अनुभव हो जाए तब आप अपने पोर्टफोलियो में दो या अधिक कंपनियों को रख सकतें हैं।
उम्मीद है यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी यदि किसी भी प्रकार का कोई सवाल या डाउट है तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।